रोशनी फैलाएं अंधेरा नही ।
आपके और हमारे सामने कितनी ही बार किसी व्यक्ति ने अचानक आकर कहा होगा, मै आपको अच्छी खबर सुनाता हुँ। यह सुनते ही तत्काल हर व्यक्ति का ध्यान उस आदमी की तरफ चला जाता है। अच्छी खबर से सिर्फ़ ध्यान ही आकर्षित नही होता लोग खुश भी होते है। अच्छी खबर से उत्साह विकसित होता है।
चुकी अच्छी खबर सुनाने वालों के मुकाबले आज बुरी खबर सुनाने वालों की संख्या ज्यादा है। अत: अपने परिवारजनों को अच्छी खबर सुनाएं। उन्हें अपने साथ घटने वाली अच्छी घटनाएं सुनाएं, अपने रोचक, सुखद अनुभव सुनाएं और अप्रिय घटना को दफना दें। बुरी खबर फैलाने या सुनाने का कोई अर्थ नही है। हर दिन घर मे सुरज की रोशनी लेकर जाएं, रात का अंधेरा लेकर नही।
आपने देखा होगा कि बच्चे मौसम के बारे मे कितनी कम शिकायत करते हैं। उन्हें गर्म या ठण्ढ़े मौसम से तब तक कोई खास तकलीफ नही होती, जब तक कि उन्हें कोई इसके नुकसान के बारे मे न बता दे। मौसम चाहे जैसा भी हो आप उसके बारे मे हमेशा अच्छा बोलने की आदत डाल लें, वरना मैसम के बारे मे शिकायत करने से आपका मुड तो खराब होगा ही, दुसरों का मुड भी खराब हो जाएगा। आप कैसा महसूस करते है, इस बारे मे भी अच्छी खबर सुनाएं । मुझे बहुत अच्छा लग रहा है, कहने वाले व्यक्ति बनें। ऐसा कहने के बाद आपको सचमुच बहुत अच्छा लगने लगेगा।
इसी तरह अगर आप लोगों को बताएंगे कि मुझे बहुत बुरा लग रहा है, तो आपको सचमुच सबकुछ बुरा लगने लगेगा। हम कैसा महसुस करते हैं यह काफी हद तक हमारे विचारों पर निर्भर करता है। यह याद रखें कि सभी लोग उत्साही व्यक्तियों को पसंद करते है, शिकायत करने वालों और उत्साहविहीन लोगों के पास रहना किसी को भी पसंद नही होता।
https://www.jivankisachai.com/
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
please do not enter any spam link in the coment box.