मैदान मत छोड़ो।
- लहरों की डर से नौका पार नही होती।
- असफलता एक चुनौती है उसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो, जबतक न सफल हो नींद चैन की त्यगो तुम, संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम, कुछ किये बिना ही जय जयकार नही होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नही होती।
- आपको यह भली भाँति समझ लेना चाहिए कि जीवन मे जो लोग सचमुच सफल होते है, वे ऐसे लोग होते है जो अतिरिक्त प्रयास करते है, और खुद को अपनी समान्य सीमाओं से आगे ले जाते है। एक सिद्धान्त को गांठ बांध लें कि, जब आप खुद को उससे आगे ले जाते है, जहां तक आप पहले गये थे, तो आप अपने भीतर हर बार नई शक्तियाँ खोजते हैं ।
- अमुमन कोई व्यक्ति कभी अपने अंदर की क्षमता को न त पुरी तरह से जान पाता है और न ही उन्हें विकसित कर पाता है। अपनी सिमित जीवन -अवधि मे हर व्यक्ति उस गहरी प्रतिभा और छिपी संभावना को पुरी तरह नही खोज पाता है, जो उसके चेतना की सतह के बहुत नीचे दबी होती है।
- जीवन मे सफलता की आस भी बेहद जरुरी है। अगर आपको सफलता की आस होगी तो आप इसके लिए जुटे रहेंग। आस का अर्थ है आशावादी से प्रार्थना करना । इसका आशय है कभी हार न मानना। कभी मैदान न छोड़ना। आप अपने जीवन मे एक लक्ष्य जरुर बनाए और उसका पिछा करना कभी मत छोड़ें। आप जरुर उस लक्ष्य को पा लेंगे । इसका अनेकों उदाहरण मौजुद है।
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