किताबों से करें दोस्ती ।
पढ़ने की हद समझ है, समझ की हद है ज्ञान ।
पढ़ने की हद समझ है, समझ की हद है ज्ञान ।
ज्ञान का हद हरिणाम है, यह सिद्धान्त सब जान।
- वास्तविक जीवन मे अधिकतर मुश्किलें अच्छे विचारों के न होने का कारण है। आत्म विकास, आत्म प्रबंधन और इसी तरह की किताबें आपको ऎसे विचार देती है जो आपकी सोच मे सहायक होते है। जब हम दुसरों के द्वारा अविष्कार किए हुए पहियों का फैदा उठा सकते है, तो हमे पहियों का दोबारा अविष्कार करने की जरुरत नही है। किताबें हमारे जीवन के पहिए बन सकती है। कई सफल व्यक्ति किताबें पढ़ने मे आनंद लेते है।
- आप भी ऐसे सफल लोगों के समूहों मे सामिल हो सकते है। जब कभी भी आपको ऎसी किताबें मिलती है जो आपको अच्छी लगती है, उसे खरीद लें। शिघ्र ही आपको पढ़ने का समय भी मिल ही जाएगा। और जीवन आनंद से भर जाएगा।
हमारे देश मे करोड़ों लोग ऎसे है जिनके मष्तिष्क पर रामायण, महाभारत जैसे धार्मिक व प्राचीन ग्रंथों का असर है और यही हमारी वास्तविक शक्ति है। धन आपको कभी भी खुशी नही दे सकता, जब तक आप धन से सही खुशी प्राप्त करने के लिए मष्तिष्क का प्रयोग नही करते, इसिलिए मष्तिष्क के विकास के लिए किताबें पढ़िए। यह मौजुदा दौर मे तनाव दूर करने का भी एक कारगर उपाय है।
- किताबें पढ़िए कुछ नया सिखिए कुछ नया किजिए तो जीवन कुछ नया होगा। जीवन खुशहाल रहेगा। किताबों से दोस्ती किजिए
किताबों से करें दोस्ती ,
https://www.jivankisachai.com/
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
please do not enter any spam link in the coment box.