स्वस्थ तन - स्वस्थ मन
- स्वस्थ तन मे ही स्वस्थ तन रहता है। शरीर स्वस्थ नही रख पायेंगे तो मन भी स्वस्थ नही रख पाएंगे ।शरीर को कष्ट होगा तो मन किसी कार्य मे नही लगेगा, ध्यान बार बार कष्ट की ओर आकृष्ट होगा। तन के रोग दूर करने के लिए योग को अपनाइए।
- आराम जरुरी है तो व्यायाम भी जरुरी है। वास्तव मे बिमारी रोग नही , शरीर का असंतुलन है। योग तन और मन को जोड़ने के लिए शरीर को संतुलित करता है। योग द्वारा तनाव से मुक्ति भी मिलती है।
- तनाव किसी समस्या का समाधान नही है। हमे स्वस्थ रहना है तो तनाव मुक्त रहना होगा। रोग की अभिव्यक्ति बेशक तन से होती है लेकिन रोग मन मे रहता है। रोग मन वृत्ति है। स्वस्थ रहने के लिए कुछ अच्छी आदते डालनी होगी। जैसे व्याम और प्राणायाम ।
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